हरियाणा में जिन अग्निवीरों को नहीं मिलेगी नौकरी उन्हें बिना परीक्षा के दी जाएगी नौकरी, केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल
Haryana News: करनाल के इंद्री में हाल ही में एक जन संवाद का आयोजन हुआ, जहां केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने लोगों की समस्याएं सुनी और उनका समाधान करने का प्रयास किया। इस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे, जिन्होंने मौके पर कई समस्याओं का समाधान किया। मनोहर लाल ने बताया कि जो समस्याएं तुरंत हल नहीं हो पाईं, उन्हें चंडीगढ़ और दिल्ली भेजा जाएगा, और हर संभव प्रयास किया जाएगा कि पब्लिक की सभी समस्याओं का समाधान हो।
25 जून: संविधान हत्या दिवस
25 जून को संविधान हत्या दिवस मनाने के विषय पर मनोहर लाल ने कहा कि यह दिन इमरजेंसी के साथ जुड़ा हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि 1975 में कांग्रेस ने इमरजेंसी लगाकर संविधान का उल्लंघन किया था। उन्होंने कहा, “संविधान में कहीं नहीं लिखा था कि नसबंदी करवा दी जाए, मीडिया की आजादी को छीन लिया जाए, विपक्ष के नेताओं को जेल में डाल दिया जाए, या लोगों के बाल कटवा दिए जाएं। यह सब इंदिरा गांधी के नेतृत्व में हुआ और संविधान की हत्या की गई। इसलिए हमने फैसला लिया है कि 25 जून को संविधान हत्या दिवस मनाया जाएगा।”
अग्निवीरों को आरक्षण
मनोहर लाल ने बताया कि सीआईएसएफ और बीएसएफ में पूर्व अग्निवीरों को 10 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा। उन्होंने कहा, “अग्निवीर एक अच्छी और सफल योजना है। यह योजना युवाओं को ट्रेंड करके अच्छे सैनिक और नागरिक बनने का अवसर प्रदान करती है। इसमें से 25 प्रतिशत अग्निवीरों को आर्मी में लिया जाएगा, कुछ पब्लिक सेक्टर में जाएंगे, कुछ कॉरपोरेट में, और कुछ पैरामिलिट्री फोर्स में। हमने हरियाणा में यह भी एलान किया है कि अगर किसी अग्निवीर को नौकरी नहीं मिलती, तो उन्हें बिना एग्जाम के नौकरी दी जाएगी।”
कांग्रेस पर आरोप
पूरे प्रदेश में भर्ती रोको गैंग की शव यात्रा पर बोलते हुए मनोहर लाल ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस के लोग युवाओं के साथ भद्दा मजाक करते हैं। हम लाखों बच्चों के टेस्ट लेते हैं, अलग-अलग पेपर होते हैं, पर छोटी सी बात के कारण भर्ती को रोक दिया जाता है। यह सरकार को बदनाम करने की साजिश हो सकती है, पर अब युवा समझ चुके हैं कि हरियाणा सरकार बहुत नौकरियां दे रही है। हमने कांग्रेस के 10 साल के कार्यकाल से ज्यादा नौकरियां दी हैं। इस महीने कई भर्तियों के रिजल्ट आएंगे और हमारी डेढ़ लाख से ऊपर नौकरियां हो जाएंगी।”
इस तरह के जन संवाद और घोषणाएं जनता को आश्वासन देती हैं कि सरकार उनकी समस्याओं को सुन रही है और उनका समाधान करने के लिए तत्पर है। लोगों को उम्मीद है कि उनके मुद्दों का समाधान जल्द से जल्द होगा और उनके जीवन में सुधार आएगा।